World War: ट्रंप के इस आदेश के बाद फिर से बन रहे हैं तीसरे विश्वयुद्ध के आसार
अमेरिकी
नौसैनिकों को घेरने वाले ईरानी जहाज वहां की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प
के थे। अमेरिका ने इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इसके बाद
दोनों देशों के बीच चला आ रहा तनाव और बढ़ गया था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय
के अनुसार ईरानी जहाजों ने यह हरकत तब की जब अमेरिकी पोत अंतरराष्ट्रीय
समुद्री सीमा में थे।
वाशिंगटन। कोरोना संकट के साथ ही दुनिया पर एक नये युद्ध के संकट के बादल फिर से मंडराने लगे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी नैवी को आदेश दिया है कि यदि ईरानी जहाज उनके कार्य में बाधा डालते हैं या परेशान करते हैं तो उन्हें मार गिराया जाये। ट्रंप के इस तरह के आदेशों पर ईरान की प्रतिक्रिया अभी नहीं मिल पायी है लेकिन यह माना जा रहा है कि इस आदेश से एक बार फिर स्थिति काफी गंभीर होने सकती है।
अमेरिका
के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेवी को निर्देश दिया है कि अगर ईरानी
युद्धपोत हमारे जहाज को परेशान करते हैं तो उन्हें शूट कर दिया जाए। ट्रंप
ने यह आदेश ऐसे वक्त में दिया है जब करीब एक सप्ताह पहले फारस की खाड़ी में
अमेरिका के युद्धपोत को 11 लड़ाकू जहाजों द्वारा घेरने की खबर सामने आई
थी। अमेरिकी नौसेना ने इसे खतरनाक और भड़काने वाला करार दिया था।
ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘मैंने अमेरिकी नेवी को निर्देश दिया है कि अगर समुद्र में हमारे जहाजों को परेशान किया जाता है तो किसी भी और सभी ईरानी गनबोट को शूट कर नष्ट कर दें।
एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नौसैनिकों को घेरने वाले ईरानी जहाज वहां की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प के थे। अमेरिका ने इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इसके बाद दोनों देशों के बीच चला आ रहा तनाव और बढ़ गया था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार ईरानी जहाजों ने यह हरकत तब की जब अमेरिकी पोत अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में थे। ये अमेरिकी जहाज सैन्य हेलिकॉप्टरों के साथ मिलकर अभ्यास कर रहे थे। एक स्थान पर तो ईरानी जहाज अमेरिकी तटरक्षक बल के जहाज के महज 10 गज करीब तक पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 2015 में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अलग होकर उसपर और प्रतिबंध लगा दिए थे। इतना काफी नहीं था कि अमेरिकी सैनिकों के हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की जिसके बाद दोनों देश युद्ध के मुहाने पर पहुंच गए। ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए इराक में अमेरिकी दूतावासों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाकर कई बार रॉकेट दागा है। पिछले महीने ही ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान हमले की बड़ी प्लानिंग कर रहा है लेकिन अगर वह ऐसा करता है तो बुरे परिणाम भुगतने होंगे।
ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया जब संयोगवश ईरान ने अपने पहले मिलिटरी सैटलाइट को आज सफलतापूर्वक लॉन्च कर लिया। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि वह अपने मिसाइल प्रोगाम को कवर करने के लिए इसे लॉन्च किया है। रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को अपने आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, ‘ईरान का पहला सैटलाइट सफलतापूर्वक कक्षा में प्रवेश कर गया है।’
वाशिंगटन। कोरोना संकट के साथ ही दुनिया पर एक नये युद्ध के संकट के बादल फिर से मंडराने लगे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी नैवी को आदेश दिया है कि यदि ईरानी जहाज उनके कार्य में बाधा डालते हैं या परेशान करते हैं तो उन्हें मार गिराया जाये। ट्रंप के इस तरह के आदेशों पर ईरान की प्रतिक्रिया अभी नहीं मिल पायी है लेकिन यह माना जा रहा है कि इस आदेश से एक बार फिर स्थिति काफी गंभीर होने सकती है।
ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘मैंने अमेरिकी नेवी को निर्देश दिया है कि अगर समुद्र में हमारे जहाजों को परेशान किया जाता है तो किसी भी और सभी ईरानी गनबोट को शूट कर नष्ट कर दें।
एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नौसैनिकों को घेरने वाले ईरानी जहाज वहां की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प के थे। अमेरिका ने इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इसके बाद दोनों देशों के बीच चला आ रहा तनाव और बढ़ गया था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार ईरानी जहाजों ने यह हरकत तब की जब अमेरिकी पोत अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में थे। ये अमेरिकी जहाज सैन्य हेलिकॉप्टरों के साथ मिलकर अभ्यास कर रहे थे। एक स्थान पर तो ईरानी जहाज अमेरिकी तटरक्षक बल के जहाज के महज 10 गज करीब तक पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 2015 में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अलग होकर उसपर और प्रतिबंध लगा दिए थे। इतना काफी नहीं था कि अमेरिकी सैनिकों के हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की जिसके बाद दोनों देश युद्ध के मुहाने पर पहुंच गए। ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए इराक में अमेरिकी दूतावासों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाकर कई बार रॉकेट दागा है। पिछले महीने ही ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान हमले की बड़ी प्लानिंग कर रहा है लेकिन अगर वह ऐसा करता है तो बुरे परिणाम भुगतने होंगे।
ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया जब संयोगवश ईरान ने अपने पहले मिलिटरी सैटलाइट को आज सफलतापूर्वक लॉन्च कर लिया। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि वह अपने मिसाइल प्रोगाम को कवर करने के लिए इसे लॉन्च किया है। रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को अपने आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, ‘ईरान का पहला सैटलाइट सफलतापूर्वक कक्षा में प्रवेश कर गया है।’