Corona Kit: चीन दुनिया को दिया धोखा, वजह जानकर उड़ जायेंगे होश!
कहा
तो ये भी जा रहा है कि चीन भारत को और पहले ही किट देने का वादा किया था
लेकिन वह किट अमेरिका भेज दिए गए। तो क्या चीन ने भारत को धोखा दिया है।
राजस्थान के स्वास्थ मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि इस किट से कोरोना से
पॉजिटिव लोगों के टेस्ट भी निगेटिव आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि चीन ने केवल
खराब किट ही भेजे हों कोरोना से जंग के चीन से आई पीपीई किट में खराबी
निकली थी।
नई दिल्ली। अभी तक कोरोना वायरस फैलाने के आरोप झेल रहे चीन पर अब घटिया किस्म की रैपिड टेस्ट किट भेजने के आरोप लगने लगे हैं। कोरोना फैलाने पर तो चीन ने कहा कि अमेरिकी, ब्रिटेन और फ्रांस बिना किसी सुबूत के आरोप लगा रहे हैं। लेकिन घटिया कोरोना किट भेजे जाने पर सवाल पर चीन को सांप सूंघ गया है। इटली से लेकर पाकिस्तान तक चीन ने जहां भी किट और पीपीई किट भेजे हैं सब बेहद घटिया और इस्तेमाल करने पर जोखिम भरे हो सकते हैं। कुछ देशों ने आपत्ति जताई है लेकिन पाकिस्तान जैसे देश चुप होकर बैठ गये हैं। भारत ने चीन से आई रैपिड टेस्ट किट में गड़बड़ी पाये जाने पर उनका इस्तेमाल रोक दिया है। इसके अलावा भारत सरकार ने इस मुद्दे को चीन की सरकार के साथ भी उठाया है।
कोरोना को मात देने के लिए भारत ने रैपिड टेस्ट किट चीन से मंगवाए लेकिन उस किट के गुणवत्ता पर बड़े सवाल उठे हैं। स्थिति ये है कि राजस्थान ने तो रैपिड किट से जांच तक को रोक दिया। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी अगले दो दिनों तक सभी राज्यों को इस किट से जांच रोकने को कहा है। ऐसे में चीन से आए इन किटों पर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या चीन ने जानबूझकर भारत को खराब किट भेजे। कहा तो ये भी जा रहा है कि चीन भारत को और पहले ही किट देने का वादा किया था लेकिन वह किट अमेरिका भेज दिए गए। तो क्या चीन ने भारत को धोखा दिया है। राजस्थान के स्वास्थ मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि इस किट से कोरोना से पॉजिटिव लोगों के टेस्ट भी निगेटिव आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि चीन ने केवल खराब किट ही भेजे हों कोरोना से जंग के चीन से आई पीपीई किट में खराबी निकली थी। चीन पर सवाल उठे कि उसने भारत को खराब पीपीई किट भेजे। ऐसे में रैपिड टेस्टिंग किट पर कई सवाल उठ रहे हैं।
पहला सवाल है कि क्या चीन ने जानबूझकर भारत को खराब किट भेजी है। चीन ने अपने प्रांत हुबेई में कोरोना से निपटने के बाद पूरी दुनिया को रैपिड टेस्टिंग किट भेज रहा है। भारत ने भी चीन से ये किट मंगवाए। लेकिन यहां किट से मिलने वाले नतीजे गलत निकल रहे हैं। दुनिया के कई अन्य देशों में चीन ने रैपिड टेस्टिंग किट भेजा है लेकिन भारत में जिस तरीके से इस किट के नतीजे गड़बड़ आ रहे हैं ऐसे में चीन पर यह सवाल उठ रहा है क्या उसने जानबूझकर खराब किट भेजी है? हालांकि चीन की तरफ से अभी इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एक सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या चीन कोरोना के खिलाफ भारत के मोर्चे को कमजोर करना चाहता है? भारत में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोरोना के केस कम हैं। भारत ने दुनिया की अन्य देशों की तुलना में बहुत पहले लॉकडाउन को लागू कर दिया था। अभी भी 3 मई तक देश में लॉकडाउन लागू हैं। तो ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या चीन कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमजोर करना चाहता है।
नई दिल्ली। अभी तक कोरोना वायरस फैलाने के आरोप झेल रहे चीन पर अब घटिया किस्म की रैपिड टेस्ट किट भेजने के आरोप लगने लगे हैं। कोरोना फैलाने पर तो चीन ने कहा कि अमेरिकी, ब्रिटेन और फ्रांस बिना किसी सुबूत के आरोप लगा रहे हैं। लेकिन घटिया कोरोना किट भेजे जाने पर सवाल पर चीन को सांप सूंघ गया है। इटली से लेकर पाकिस्तान तक चीन ने जहां भी किट और पीपीई किट भेजे हैं सब बेहद घटिया और इस्तेमाल करने पर जोखिम भरे हो सकते हैं। कुछ देशों ने आपत्ति जताई है लेकिन पाकिस्तान जैसे देश चुप होकर बैठ गये हैं। भारत ने चीन से आई रैपिड टेस्ट किट में गड़बड़ी पाये जाने पर उनका इस्तेमाल रोक दिया है। इसके अलावा भारत सरकार ने इस मुद्दे को चीन की सरकार के साथ भी उठाया है।
कोरोना को मात देने के लिए भारत ने रैपिड टेस्ट किट चीन से मंगवाए लेकिन उस किट के गुणवत्ता पर बड़े सवाल उठे हैं। स्थिति ये है कि राजस्थान ने तो रैपिड किट से जांच तक को रोक दिया। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी अगले दो दिनों तक सभी राज्यों को इस किट से जांच रोकने को कहा है। ऐसे में चीन से आए इन किटों पर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या चीन ने जानबूझकर भारत को खराब किट भेजे। कहा तो ये भी जा रहा है कि चीन भारत को और पहले ही किट देने का वादा किया था लेकिन वह किट अमेरिका भेज दिए गए। तो क्या चीन ने भारत को धोखा दिया है। राजस्थान के स्वास्थ मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि इस किट से कोरोना से पॉजिटिव लोगों के टेस्ट भी निगेटिव आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि चीन ने केवल खराब किट ही भेजे हों कोरोना से जंग के चीन से आई पीपीई किट में खराबी निकली थी। चीन पर सवाल उठे कि उसने भारत को खराब पीपीई किट भेजे। ऐसे में रैपिड टेस्टिंग किट पर कई सवाल उठ रहे हैं।
पहला सवाल है कि क्या चीन ने जानबूझकर भारत को खराब किट भेजी है। चीन ने अपने प्रांत हुबेई में कोरोना से निपटने के बाद पूरी दुनिया को रैपिड टेस्टिंग किट भेज रहा है। भारत ने भी चीन से ये किट मंगवाए। लेकिन यहां किट से मिलने वाले नतीजे गलत निकल रहे हैं। दुनिया के कई अन्य देशों में चीन ने रैपिड टेस्टिंग किट भेजा है लेकिन भारत में जिस तरीके से इस किट के नतीजे गड़बड़ आ रहे हैं ऐसे में चीन पर यह सवाल उठ रहा है क्या उसने जानबूझकर खराब किट भेजी है? हालांकि चीन की तरफ से अभी इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एक सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या चीन कोरोना के खिलाफ भारत के मोर्चे को कमजोर करना चाहता है? भारत में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोरोना के केस कम हैं। भारत ने दुनिया की अन्य देशों की तुलना में बहुत पहले लॉकडाउन को लागू कर दिया था। अभी भी 3 मई तक देश में लॉकडाउन लागू हैं। तो ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या चीन कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमजोर करना चाहता है।