क्या अब पांच ट्रिलियन इकॉनमी बन पाएगा भारत?
अगर आप भारतीय अर्थव्यवस्था पर क़रीब से नज़र रखते हैं या इससे किसी न
किसी तरह से प्रभावित होते हैं तो सरकार ने आने वाले समय के बारे में दो
ख़ास मुद्दों पर स्पष्टीकरण दिया है.
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार प्रोफ़ेसर केवी सुब्रमण्यन ने इस बारे में बीबीसी से लंबी बातचीत की है.
पहला
ये कि सरकार विशेष आर्थिक पैकेज लाने की तैयारी कर रही है जिसका मक़सद
छोटे और मंझोले उद्योगों में पैसे की तंगी दूर करना है. उन्हें वापस पटरी
पर लाना है और अपने पैरों पर खड़ा करना है.
लेकिन सरकार फ़िलहाल ये बताने के लिए तैयार नहीं दिखती कि यह पैकेज कब लाया जाएगा. और यही इसका दूसरा पहलू है.
प्रोफ़ेसर
केवी सुब्रमण्यन कहते हैं, "इस बात से फ़र्क़ नहीं पड़ता कि हम इसकी घोषणा
अभी करते हैं या बाद में. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां तो
अभी किसी सूरत में शुरू होने वाली नहीं हैं. लॉकडाउन ने हमें अच्छे और
व्यापक पैकेज तैयार करने के लिए समय दिया है. इसके अलावा हमारे पास बहुत
सारे सुझाव आए हैं. जब हमने उन्हें इकट्ठा किया तो पावर प्वॉयंट
प्रेजेंटेशन पर तक़रीबन 200 स्लाइड्स बन गईं. इसलिए उन्हें समझने और उनका
विश्लेषण करने में वक़्त लगेगा. जब लॉकडाउन हटेगा तो हम इस आर्थिक पैकेज के
साथ तैयार होंगे."