कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में कैसे रखें रमज़ान के रोज़े

कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में कैसे रखें रमज़ान के रोज़े?

पूरी दुनिया में लाखों लोग इस साल लॉकडाउन में रमज़ान के पवित्र महीने का पालन करेंगे.

मुस्लिम धर्म मानने वाले लोग हर साल एक चंद्र मास तक सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक बिना कुछ भी खाए-पिए रहते हैं. इसे रोज़ा रखना कहते हैं. यह महीना 29 या 30 दिन का होता है.

इस दौरान मुसलमान नमाज़ पढ़ते हैं और दुआएं मांगते हैं.

मुस्लिम धर्म मानने वाले हर ऐसे वयस्क शख्स के लिए रोज़े रखना अनिवार्य है जो कि बिना कुछ भी खाए-पिए सुरक्षित रह सकता है.

लेकिन, ऐसे वक़्त में जबकि हम एक महामारी के दौर से गुज़र रहे हैं, रोज़े रखने को लेकर कुछ चिंताएं भी हैं.